कुछ उधड़े से
अनबुने
कुछ रिश्तो से
अनछुए
पूर्णता को
छिपाते
यादो को
मिटाते
अपूर्णता को
पूरा करते
ख्वाहिशो को
हाँकते
उधड़ो को
पूर्णता पर
ख्वाहिशो को
रिश्तो पर
संदेह करते देखा है, मैंने ।
कुछ उधड़े से
अनबुने
कुछ रिश्तो से
अनछुए
पूर्णता को
छिपाते
यादो को
मिटाते
अपूर्णता को
पूरा करते
ख्वाहिशो को
हाँकते
उधड़ो को
पूर्णता पर
ख्वाहिशो को
रिश्तो पर
संदेह करते देखा है, मैंने ।
कुछ उधड़े से
अनबुने
कुछ रिश्तो से
अनछुए
पूर्णता को
छिपाते
यादो को
मिटाते
अपूर्णता को
पूरा करते
ख्वाहिशो को
हाँकते
उधड़ो को
पूर्णता पर
ख्वाहिशो को
रिश्तो पर
संदेह करते देखा है, मैंने ।
आकांक्षा
या कोई इच्छा
खुशी का कारण
या दुख का कारण ।
समय से परे
स्वार्थ से परे
आजादी के साथ
मन की अपनी आवाज
बनती ही रहती है
सब सुनती ही रहती है
अपनी धुन में चलती ही रहती है
और मंजिल हमारी चुनती है
ना शुरुआत की कोई वजह थी
ना ही अन्त का कोई कारण है
हमारे साथ थी
और साथ है ।
आकांक्षा
या कोई इच्छा
खुशी का कारण
या दुख का कारण ।
समय से परे
स्वार्थ से परे
आजादी के साथ
मन की अपनी आवाज
बनती ही रहती है
सब सुनती ही रहती है
अपनी धुन में चलती ही रहती है
और मंजिल हमारी चुनती है
ना शुरुआत की कोई वजह थी
ना ही अन्त का कोई कारण है
हमारे साथ थी
और साथ है ।