किस्सा,
जो था, कभी
किसी का हिस्सा
मैं हूँ यहीं से
मैं था यहीं से
सपना था , मेरा भी
किस्सा हो मेरा भी
अब, मैं भी हूँ हिस्सा
उसका, जो सुना था कभी किस्सा
पर कुछ और भी था उस किस्से का हिस्सा
और, बस किस्से का वो हिस्सा
मैं था यहीं से
शायद, मैं हूँ , यहीं से
और वो किस्से का हिस्सा
शायद , मेरा भी किस्सा
हाँ , मैं हूँ यहीं से
जो किस्सा है मेरा
जो हिस्सा है मेरा
वो है, सिर्फ मेरा
जो किस्सा होगा मेरा
जो हिस्सा होगा, जीवन का मेरा
मैं चाहूँगा
कोई ओर भी इसे चाहे ।