ख़ुशी का इजहार करती
गमो को समेटे रखती
कभी कारण बनती
तो कभी बनाती
अक्सर यूही अपना मूल्य जताती
कभी हथियार बनती
तो कभी ढाल को मज़बूत बनाती
और कभी रखने का इंतेहान लेती
खुद के बजाए साथी को मज़बूत बनाती
साथी से ही अपनी पहचान बताती
क्योंकि सब साथी के नाम कर देती
फिर भी अक्सर बुरा कहलाती
अपने साथ का वादा करती
और सब्र की परीक्षा लेती
अपना मूल्य जताती
साथी की पहचान बनाती ।