कभी अन्त नहीं
बस शुरुआत है
रोक लो
तो बस फासला है
ये मेरा है
मात्र छलावा है
वजह है
अभी फासला है
सार होगा
हमारे जीवन का
पर वक्त नहीं होगा
बस रास्ता होगा अन्त का
सबका घर है
पर जाना किसको है
अभी वक्त है
क्योंकि अभी दूरियाँ है ।
कभी अन्त नहीं
बस शुरुआत है
रोक लो
तो बस फासला है
ये मेरा है
मात्र छलावा है
वजह है
अभी फासला है
सार होगा
हमारे जीवन का
पर वक्त नहीं होगा
बस रास्ता होगा अन्त का
सबका घर है
पर जाना किसको है
अभी वक्त है
क्योंकि अभी दूरियाँ है ।
कभी अन्त नहीं
बस शुरुआत है
रोक लो
तो बस फासला है
ये मेरा है
मात्र छलावा है
वजह है
अभी फासला है
सार होगा
हमारे जीवन का
पर वक्त नहीं होगा
बस रास्ता होगा अन्त का
सबका घर है
पर जाना किसको है
अभी वक्त है
क्योंकि अभी दूरियाँ है ।
मैं जानता हूँ
मैं मानता हूँ
मेरे कुछ मायने हैं
तेरे लिए
मैं हूँ
कुछ रखता भी हूँ
वो हैं
तेरे लिए
नादान हूँ
अनजान भी हूँ
पर कृतज्ञता हैं
तेरे लिए
सही हूँ
कभी ग़लत हूँ
पर तेरा साथ हैं
मेरे लिए
मैं प्रमाण हूँ
मैं पहचान हूँ
तू हैं
मेरे लिए ।
मैं जानता हूँ
मैं मानता हूँ
मेरे कुछ मायने हैं
तेरे लिए
मैं हूँ
कुछ रखता भी हूँ
वो हैं
तेरे लिए
नादान हूँ
अनजान भी हूँ
पर कृतज्ञता हैं
तेरे लिए
सही हूँ
कभी ग़लत हूँ
पर तेरा साथ हैं
मेरे लिए
मैं प्रमाण हूँ
मैं पहचान हूँ
तू हैं
मेरे लिए ।
चलती धरा
बहता जीवन
जोश से भरा
और मेरा मन
इस पल, एक ओर
कुछ नया सा
मेरी ओर
अपना सा
लफ्जो से
नजरो से
कुछ मेरा सा
मेरी ओर
बह जाऊँ
बस,तेरी ओर
हो जाऊँ
बस,तेरा सा
बन जाऊँ
मेरा सा
तेरे लिए
तेरी ओर
चलती धरा
बहता जीवन
जोश से भरा
और मेरा मन
इस पल, एक ओर
कुछ नया सा
मेरी ओर
अपना सा
लफ्जो से
नजरो से
कुछ मेरा सा
मेरी ओर
बह जाऊँ
बस,तेरी ओर
हो जाऊँ
बस,तेरा सा
बन जाऊँ
मेरा सा
तेरे लिए
तेरी ओर
साथी
ज़रूरी है
पर मजबूरी नहीं
यही तो सोच नहीं
लगता कुछ अधूरा है
क्योंकि लगन पराई है
लगता ज़िंदगी परछाईं है
क्योंकि अंधेरा अभी बाकी है
ये तो बहाना है
पीछे स्वार्थो का निशाना है
सब छिप जाता है
क्योंकि खुद को ढक लिया जाता है
साथ है
यही तो परिभाषा है
अभी नया है
यही तो खंडन की अभिलाषा हैं
अभी शुरुआत है
मध्य अंत का बाकी है
खुद की तो छोड़ो
अभी तो गुमशुदा की तलाश बाकी है , साथी ।
साथी
ज़रूरी है
पर मजबूरी नहीं
यही तो सोच नहीं
लगता कुछ अधूरा है
क्योंकि लगन पराई है
लगता ज़िंदगी परछाईं है
क्योंकि अंधेरा अभी बाकी है
ये तो बहाना है
पीछे स्वार्थो का निशाना है
सब छिप जाता है
क्योंकि खुद को ढक लिया जाता है
साथ है
यही तो परिभाषा है
अभी नया है
यही तो खंडन की अभिलाषा हैं
अभी शुरुआत है
मध्य अंत का बाकी है
खुद की तो छोड़ो
अभी तो गुमशुदा की तलाश बाकी है , साथी ।
कुछ ना
हो बस काम
धुरी हो मोम
फिर हो कोई नाम
ज़रूरत हो
तो बस साथ की
वो भी खुद की
फिर चाहे मंज़िल हो सोच की
बढ़ना हो एक शर्त पे
रुकना ना पड़े कही पे
चाहे लाइन टूटी हो
पर ज़िंदगी साथ हो
दूरी हो चाहे मंज़िल से
पर दूरियाँ ना हो ज़िंदगी से
क्योंकि धुरी है इंसानियत से
कुछ ना
हो बस काम
धुरी हो मोम
फिर हो कोई नाम
ज़रूरत हो
तो बस साथ की
वो भी खुद की
फिर चाहे मंज़िल हो सोच की
बढ़ना हो एक शर्त पे
रुकना ना पड़े कही पे
चाहे लाइन टूटी हो
पर ज़िंदगी साथ हो
दूरी हो चाहे मंज़िल से
पर दूरियाँ ना हो ज़िंदगी से
क्योंकि धुरी है इंसानियत से
होना चाहिए
क्योंकि हमें साथ चाहिए
स्वार्थो से दूरी चाहिए
इसलिए विश्वास चाहिए
लगाव हैं
ममता, प्यार
ये विश्वास जगाता हैं
क्योंकि ये हैं
मैं विश्वास हूँ
तो फ़रियाद करता हूँ
लगाव हो
पर, मतलब ना हो
शायद ये सब आज नहीं
पर हमेशा , नहीं
क्योंकि इंसान हूँ
इसलिए लगाव रखता हूँ
विश्वास जगाता हूँ
ये होगा , कल हमारा होगा
जो हमारे साथ होगा
लगाव और सच्चाई का साथ होगा ।
होना चाहिए
क्योंकि हमें साथ चाहिए
स्वार्थो से दूरी चाहिए
इसलिए विश्वास चाहिए
लगाव हैं
ममता, प्यार
ये विश्वास जगाता हैं
क्योंकि ये हैं
मैं विश्वास हूँ
तो फ़रियाद करता हूँ
लगाव हो
पर, मतलब ना हो
शायद ये सब आज नहीं
पर हमेशा , नहीं
क्योंकि इंसान हूँ
इसलिए लगाव रखता हूँ
विश्वास जगाता हूँ
ये होगा , कल हमारा होगा
जो हमारे साथ होगा
लगाव और सच्चाई का साथ होगा ।