मन
अस्तित्व क्यों है
इतना अडिग क्यों है
क्योंकि ये छलावा नही
सच्चाई है ।
बहने दो
आसमान में उड़ने दो
इसे जीने दो
तुम बस दिशा दो ।
ये उसका गुण है
जो हम में है
पर ये (शणं) भर है
बाकी तो फ़िर सार है ।
इसकी गति अनंत है
रास्ता अनंत हो
इसलिए सच्चाई हो
ये अनंत है ।
इसे उड़ने दो
ये हमे उड़ने देगा
इसे जीने दो
ये ज़िंदगी देगा
ये हमारा मन है
जो हमारा कारण है
( ) , = moment
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