हम है
या दिखावा है
अगर सच्चाई जानूँ
तो क्यों किसी की मानूँ
साथ जीना
या सिर्फ़ होना
अगर सच्चाई जानूँ
तो क्यों किसी की मानूँ
हम है
तो क्यों चिंता है
दुसरो के होने की
उनसे ज़्यादा करने की
अगर सच्चाई जानूँ
तो क्यों किसी की मानूँ
साथ जीना
था, सिर्फ़ बहाना
रिस्तो का
तो क्या मतलब है, परिचय का
अगर सच्चाई जानूँ
तो किसी की मानूँ ।
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