अहसास
हो तो सही
चाहें बुरा ही सही
पर हो तो सही ।
कुछ होगा
तभी तो होगा
अहसास , बाकी
चाहें ना ही सही ।
कुछ ना हो
और ये हो
तो करने को दिल चाहेगा
क्योंकि ये अपनी विशेषता बताएगा ।
ये हो
और कुछ बाकी बचा हो
ये फ़र्ज़ निभाएगा
बाकी जो तू चाहेगा ।
खुद को बनाएगा
जब तू जान जाएगा ।
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