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Wednesday 14 September 2016

आत्मविश्वास

समझा नहीं
कुछ पल बचे हैं
जो जीना चाहते हैं
वो अब भी तेरे साथ हैं

तूने तो भूला दिए
सपने तेरे
जो हुआ करते थे अपने तेरे
अब भी बाकी बचे है , जो हैं तेरे

क्यों लड़खड़ाया तू
क्या जीना भूल गया तू
अब भी बाकी बची है , जिंदगी तेरी
जो देख रही राह टकटकी लगाए तेरी

क्यों छोड़ दिया तूने
विश्वास तेरा
क्या यही था परिचय तेरा
अब भी बाकी बचा है विश्वास तेरा

क्यों अडा है ज़िद पे तू
क्यों कहता है नहीं है तू
क्यों कहता है छोड़ दिया तूने सब तेरा
समझा नहीं , यही तो है विश्वास तेरा

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