पथ
जिस पर हैं रथ
पहचान
महज शाब्दिक ज्ञान ।
प्यार का कोई रुप नहीं होता
मंज़िल का कोई रास्ता नहीं होता
ये तो हमारी बनाई हुई वजह हैं
जिनसे हमारा कोई वास्ता नहीं होता
चन्द अल्फाजं , विचार नहीं होते
ये तों विचारो तक पहुँचने का जरिया होते हैं
जिन्दगी का कोई नाम नहीं होता
ये तो बहाना हैं
इसे मिटानें का ।
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