A view towards innocent life
हम जो हैं वो हमारा स्वरूप हैहम जो आज हैंवो कल का रूप हैं।
अच्छाई बुराईहमारी ही इकाई जो हमने ही बनाई
हम ग़लत हैं कहीं ना कहीं ताकि सच का अहसास हो अच्छाई का आभास हो
जो गुण हैं हम में जो अवगुण हैं हम में वो मात्र रूप नहीं परिचय हैं हमारा
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